Mona Global Moderator
Number of posts : 5386
| Subject: STAR TALK - मैं खुद को ही चैलेंज करता हूं: राजीव खंडेलवाल Fri Jul 29, 2016 9:35 pm | |
| STAR TALK - मैं खुद को ही चैलेंज करता हूं: राजीव खंडेलवालby गाजी मोईन अंसारी | Jul 29, 2016 | मुंबई. राजीव खंडेलवाल को छोटे पर्दे पर जब पहचान मिली तो उन्होंने बड़े पर्दे पर भी कदम रखे। 2008 में फिल्म ‘आमिर’ से उन्होंने बॉलीवुड में दस्तक दी। इसके बाद वो लगातार फिल्मों में नजर आ रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें कोई उल्लेखनीय सफलता नहीं मिली है। जल्द ही राजीव अपनी नेक्स्ट फिल्म ‘फीवर’ में नजर आएंगे। फिल्म में उनके साथ गौहर खान और दो इंटरनेशनल एक्ट्रेस भी हैं। इस सस्पेंस थ्रिलर फिल्म के राइटर-डायरेक्टर राजीव झवेरी हैं। फिल्म, कैरेक्टर और करियर से जुड़ी बातें राजीव खंडेलवाल से। फिल्म का टाइटल ‘फीवर’ बड़ा दिलचस्प है?देखिए, ‘फीवर’ अंदर की आग है। आदमी को जब बुखार चढ़ता है तो यह उसके अंदर की गर्मी बाहर निकलती है। हमारी फिल्म का केंद्र बिंदु भी कुछ ऐसा ही है। इसलिए इसका नाम ‘फीवर’ रखा गया है। फिल्म की स्टोरी और इसमें आपका कैरेक्टर किस तरह का है?‘फीवर’ एक नॉर्मल थ्रिलर फिल्म नहीं है। यह बड़ी अलग किस्म की मूवी है। मुझे खुशी है कि मैं इस अनोखी फिल्म का हिस्सा हूं। फिल्म की स्टोरी एक प्रोफेशनल कॉन्ट्रेक्ट किलर को लेकर है, जिसे मैं ही प्ले कर रहा हूं। मेरे कैरेक्टर का नाम आर्मिन है। उसके साथ एक हादसा होता है, जिसके बाद उसे बस अपना नाम और अपना किया हुआ गुनाह याद रहता है। इसके बाद वो नए सिरे से लाइफ को जीता है। अपने किए हुए गुनाह की वजह से वो हमेशा खौफ में रहता है। उसे लगता है कि उसके साथ कोई साजिश की जा रही है। मेरा यह कैरेक्टर बेहद पेचीदा है। इस उलझे हुए कैरेक्टर को प्ले करने में दिक्कतें तो आई होंगी?शुरुआत में मुझे अपने कैरेक्टर को समझने में थोड़ा समय लगा। डायरेक्टर राजीव झवेरी के साथ लगभग दो हफ्ते हमने कैरेक्टर की बारीकियों पर चर्चा की और उसे बेहतरीन तरीके से समझा-जाना। मेरा कैरेक्टर थोड़ा उलझा हुआ है। ऐसे में उसकी मानसिक स्थिति क्या होगी? वह कैसे रिएक्ट करेगा? इन बातों पर हम लोगों ने बहुत गौर किया। बेशक यह एक कॉम्पलिकेटेड कैरेक्टर था, लेकिन मेरे डायरेक्टर ने इसे बहुत आसान बना दिया। मुझे लगता है, अगर आप अक्लमंद एक्टर हैं, डायरेक्टर की भाषा समझते हैं, ऐसे में कोई भी कैरेक्टर प्ले करना मुश्किल नहीं होता। डायरेक्टर और स्टोरी की मांग क्या है, मुझे जल्दी समझ आ जाती है, इसलिए मुझे ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। इस फिल्म में तीन-तीन हीरोइनें हैं। एकसाथ तीन हीरोइनों से रोमांस करने का मौका हर हीरो को नहीं मिलता?बेशक, मैं खुश किस्मत हूं, जो मुझे इन खूबसूरत ग्लर्स के साथ काम करने का मौका मिला। जेम्स बॉन्ड गर्ल कैटरीना मरीनो, ब्रिटिश एक्ट्रेस जेमा एटकिंशन और गौहर खान के साथ वर्क करने का एक्सपीरियंस गजब का रहा। शूटिंग खत्म होने के बाद अकसर हम मस्ती करते थे। फिल्म के ट्रेलर में आपके और इन हीरोइनों के बीच कई किसिंग सीन हैं। इस बारे में क्या कहेंगे?फिल्म में जो किसिंग सीन हैं, वह फिल्म की स्टोरी का हिस्सा हैं। मेरा मानना है कि किसी फिल्म में किसिंग सीन होना अब कोई बड़ा इश्यू नहीं है। हमने ये सीन आॅडियंस को लुभाने के लिए नहीं रखे हैं। मेरे फैंस जानते हैं कि मैं बेहतर कंटेंट वाली फिल्में ही करता हूं। आपकी फिल्म का नाम ‘फीवर’ है। वैसे आपके भीतर कौन-सी आग जल रही है?मेरे अंदर हमेशा एक आग यह जलती रहती है कि मैं कुछ नया करूं, कुछ अलग करूं, कुछ अपना करूं, मैं जो भी काम करूं , उस पर हमेशा मुझे गर्व हो। मेरी कोशिश रहती है कि मेरा हर काम एक-दूसरे से डिफरेंट हो। इसलिए मैं खुद को ही चैलेंज करता रहता हूं। उस समय आप कैसा फील करते हैं, जब आपने बेहतरीन अदाकारी की, फिल्म भी अच्छी बनी, लेकिन प्रचार की खामियों की वजह से फिल्म पिट गई?बहुत ही बुरा लगता है। ऐसा मेरे साथ भी हुआ है। मेरी कुछ अच्छी फिल्में नहीं चलीं, क्योंकि उन्हें बिना अच्छे प्रचार के रिलीज कर दिया गया। कभी-कभी बिना प्रमोशन के फिल्म रिलीज कर दी जाती है, तो उसमें एक्टर कहां जिम्मेदार होता है? इसकी जिम्मेदारी प्रोड्यूसर की होती है। जब तक पता नहीं चलेगा कि कोई फिल्म कब रिलीज हो रही है, उसे देखने कौन आएगा? फिल्म के डायरेक्टर राजीव झवेरी के साथ कैसी बॉन्डिंग रही आपकी?डायरेक्टर राजीव झवेरी के साथ मेरी एक अलग तरह की बॉन्डिंग थी, क्योंकि वह कुछ समय इंडियन आर्मी में भी थे। मेरे पापा भी भारतीय फौज में थे, इसलिए एक गहरा कनेक्शन हो गया था झवेरी के साथ। वह एक डिमांडिंग डायरेक्टर हैं। कोई सीन उन्हें जिस तरह चाहिए, वह एक्टर्स से उसी तरह की उम्मीद करते हैं। बड़े मेहनती हैं, पेपर वर्क करके सेट पर पहुंचते हैं। कमांड करने की क्वालिटी उनके अंदर है। इसलिए उन्होंने इतने मुश्किल सब्जेक्ट को बखूबी डील किया है। वह बहुत अच्छा लिखते भी हैं, उनकी सोच आला किस्म की है। ‘फीवर’ के बाद क्या कर रहे हैं?मेरी अगली फिल्म काफी डिफरेंट है। वह थ्रिलर नहीं है। अपने प्रशंसकों को उस मूवी से चौंकाना चाहता हूं, लेकिन अभी मैं उसकी डिटेल आपको नहीं दे सकता Read more at [You must be registered and logged in to see this link.] | |
|